नवरात्रि स्पेशल: श्री नीलकमल मैदा से बनी माँ दुर्गा की स्वादिष्ट और सात्विक मीठी कचौड़ी!

नवरात्रि स्पेशल: श्री नीलकमल मैदा से बनी माँ दुर्गा की स्वादिष्ट और सात्विक मीठी कचौड़ी!

नवरात्रि स्पेशल: श्री नीलकमल मैदा से बनी माँ दुर्गा की स्वादिष्ट और सात्विक मीठी कचौड़ी!

नवरात्रि के शुभ अवसर पर माँ दुर्गा को अर्पित किए जाने वाले भोग में मीठी कचौड़ी एक बेहद खास और पारंपरिक मिठाई होती है। यह मिठाई स्वाद में इतनी लाजवाब होती है कि पूजा के साथ-साथ पूरे परिवार और मेहमानों को भी खूब भाती है। मीठी कचौड़ी खासतौर पर उन लोगों के लिए भी उपयुक्त है जो नवरात्रि के दिनों में सात्विक और शुद्ध भोजन का सेवन करते हैं।

मीठी कचौड़ी बनाने के लिए श्री नीलकमल मैदा और श्री नीलकमल बेसन को मिलाकर आटा तैयार किया जाता है। इस आटे को थोड़ी देर के लिए ढककर रख दिया जाता है ताकि वह अच्छी तरह से सेट हो जाए। इस बीच गुड़ को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर सूखे मेवे जैसे बादाम, काजू और किशमिश के साथ मिलाकर भरावन तैयार किया जाता है। इसमें इलायची पाउडर मिलाने से इसका स्वाद और भी निखर जाता है।

जब आटा तैयार हो जाए तो उसे छोटी-छोटी लोइयों में बांटा जाता है और हर लोई को बेलकर उसके बीच भरावन रखा जाता है। इसके बाद किनारों को ध्यान से बंद कर दिया जाता है ताकि तलते समय भरावन बाहर न निकले। कड़ाही में घी या तेल गरम करके इन कचौरियों को मध्यम आंच पर सुनहरा और कुरकुरा तल लिया जाता है। जब ये कचौरियां तैयार हो जाती हैं, तो इन्हें किचन पेपर पर निकाला जाता है ताकि अतिरिक्त तेल सोख लिया जाए और वे स्वादिष्ट और हल्की बनें।

मीठी कचौड़ी का यह पारंपरिक व्यंजन नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा के चरणों में भोग के रूप में अत्यंत प्रिय माना जाता है। यह न केवल पूजा को पूर्णता देता है, बल्कि घर में सुख-शांति और समृद्धि का वातावरण भी बनाता है। इस नवरात्रि अपने परिवार के लिए श्री नीलकमल मैदा,बेसन का इस्तेमाल करते हुए इस मीठी कचौड़ी को बनाएं और माँ को समर्पित करें, ताकि आपकी भक्ति और प्रेम की मिठास भी इस भोग के साथ जुड़ जाए।